नागपुर : गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को अपने दिनी महाराष्ट्र दौरे लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने नागपुर में भाजपा पदाधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने भाजपा के विदर्भभर के संगठन पदाधिकारियों व कार्यकर्तों से कहा कि विधानसभा चुनाव में हर कीमत पर महाराष्ट्र जीतना है। इसके लिए सबसे अहम यह है कि कोई भी आपस में मतभेद न रखे। पूरी एकजुटता व समर्पण के साथ कार्य करें। उन्होंने टिकट की दावेदारी पर भी नसीहत देते हुए कहा कि पार्टी किसे टिकट देती है और किसे नहीं देती इस पर आपसी मतभेद न रखते हुए एक ही लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करें और वह है केवल जीत। बूथ स्तर पर इसी टारगेट को ध्यान रखते हुए विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए कमर कस कर तैयार हो जाएं तो अपना लक्ष्य प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता।
गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार को दिनी महाराष्ट्र दौरे के लिए नागपुर पहुंचे है। उन्होंने नागपुर के सुरेश भट्ट सभागृह में भाजपा विदर्भ विभाग की संगठनात्मक बैठक ली। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी दूसरे राजनीतिक दलों से कुछ अलग है। हमारे यहां चुनाव जीतने का आधार हमारा संगठन है और केन्द्रबिन्दु कार्यकर्ता हैं। विदर्भ हमेशा बीजेपी का गढ़ रहा है और यहां जीतो तो तय हो जाता है की महाराष्ट्र में सरकार बन गई। संवाद शुरू होने के पूर्व शाह का छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा भेंटकर स्वागत किया गया। शहर अध्यक्ष बंटी कुकड़े, जिलाध्यक्ष सुधाकर कोहले सहित मंचासीन नेताओं ने उनका सत्कार किया।
तीनों विपक्षी दलों को खाली कर दो
अमित शाह ने कहा कि विपक्षी गठबंधन में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार), शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के बूथ लेवल कार्यकर्ताओं को अपने साथ जोड़कर तीनों पार्टियों को खाली कर दो। विदर्भ में 45सीटें जीतने के लिए जोश के साथ माइक्रो प्लानिंग करनी होगी। कई कार्यकर्ता लोकसभा के परिणाम से आतंकित और निराश हैं। यह ठीक है कि अपेक्षानुसार परिणाम नहीं आए मगर निराश होने जैसा भी नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि 20 अंक वाला बच्चा 63 अंक पाकर खुशी व पार्टियां मना रहा है और 95 अंक वाले मेधावी को 80 अंक मिले तो वह गम मना रहा है। उन्होंने कहा कि देश में 60 वर्षों में एक भी ऐसी पार्टी नहीं रही जिसने लगातार 3 बार सरकार बनाई हो लेकिन नरेन्द्र मोदी की सरकार ने अपने साथियों के साथ ऐसा कर दिखाया है।
घड़ी और धनुष-बाण को ‘कमल’ मानो
गृह मंत्री ने राज्य में महायुति में शामिल घटक दलों शिवसेना एकनाथ शिंदे, राकां अजीत पवार के साथ मिलकर कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि चुनाव चिन्ह ‘घड़ी’ और ‘धनुष-बाण’ को कमल मानकर सभी कार्यकर्ता एकजुटता के साथ कार्य करें। विदर्भ का कार्यकर्ता यह संकल्प लें कि यहां महायुति को 45 सीटें जीतनी ही हैं, यह जुनून होना चाहिए। उन्होंने बूथ निहाय कार्य की माइक्रो प्लानिंग भी समझाई।
इस दौरान नागपुर-रामटेक के प्रभारी मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, हितानंद, कैलाश पटले, नवरतन मिश्रा, तेलंगाना के चंद्रशेखर सहित सभी 62 सीटों के प्रभारी भी उपस्थित थे।
जनहित के कार्य लोगों तक पहुंचाएं
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किसान मुफ्त बिजली योजना, सोयाबीन को भाव, लाडली बहन योजनाओं सहित सरकार की सभी योजनाओं की जानकारी रखी। उन्होंने कहा कि लाडली बहन योजना से राज्य की 2।5 करोड़ महिलाएं लाभान्वित होंगी। उन्होंने सारी योजनाओं की जानकारी व लाभ लोगों तक पहुंचाने की अपील की।
प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि लोस चुनाव में विदर्भ में भले ही कम रहें हों लेकिन प्रत्येक बूथ में वोटिंग बढ़ाई गई तो विधानसभा में जीत सुनिश्चित होगी। रावसाहब दानवे ने कहा कि लोस के परिणामों से निराश होने की जरूरत नहीं है। बूथ लेवल पर अधिक ध्यान देकर कार्य करने की जरूरत है।
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