मुंबई : हरेश अशोक बोधा
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी और राज्य के पूर्व मंत्री रविंद्र चव्हाण बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष हो सकते हैं। बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों से मिले संकेतों के मुताबिक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस दोनों ही रविंद्र चव्हाण के नाम को लेकर अनुकूल है। लेकिन इस बारे में अब तक कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। नागपुर में चल रहे विधानसभा शीतकालीन सत्र के पूरा होने और मंत्रियों के पोर्टफोलियो का बंटवारा होने के बाद संभवतः बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम का ऐलान किया जाएगा।
बता दें कि बीजेपी के मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले को मंत्री बनाया जा चुका है, लेकिन रविंद्र चव्हाण पिछली सरकार में मंत्री होते हुए भी इस बार मंत्रिमंडल से बाहर हैं। संघ और फडणवीस से उनकी नजदीकी है।
अच्छे प्रदर्शन के चलते फैसला
संगठन में उनका अब तक का प्रदर्शन भी जोरदार रहा है। इन्हीं तमाम बातों को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ सूत्र रविंद्र चव्हाण को अगले प्रदेशाध्यक्ष के रूप में देख रहे हैं। मंत्री न बनाए जाने के बावजूद रविंद्र चव्हाण के बयान भी इसी तरफ संकेत दे रहे हैं। पिछले दिनों ही रविंद्र चव्हाण ने बयान दिया है कि बीजेपी की संगठनात्मक ताकत को बढ़ाना मंत्री पद से ज्यादा महत्वपूर्ण है।
देवेंद्र फडणवीस के खास, मंत्रिमंडल में नहीं होने से महाराष्ट्र की सियासत में सब हैरान, रवींद्र चव्हाण कौनजब चव्हाण को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया, तो पत्रकारों ने उनसे उनकी प्रतिक्रिया पूछी थी। इस पर चव्हाण ने कहा, 'बीजेपी ही हमारी असली पहचान है और मंत्री पद से ज्यादा महत्वपूर्ण पार्टी की संगठनात्मक ताकत बढ़ाना है। इसलिए यह महत्वपूर्ण नहीं है कि मुझे मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है या नहीं। मैं बीजेपी को और मजबूत करने के लिए ईमानदारी से काम करना जारी रखूंगा।'
नागपुर में चल रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र को दौरान भी विधान भवन परिसर और बीजेपी विधानमंडल कार्यालय रविंद्र चव्हाण कई मंत्रियों, नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बेहद घुल-मिल कर व्यवहार करते दिखाई दे रहे हैं।
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